Last updated on : 23 Jan, 2025
Read time : 9 min
लीवर हमारे शरीर का एक अहम अंग है जो पोषक तत्वों को अवशोषित करने, टॉक्सिन्स को बाहर निकालने और पाचन तंत्र को सुचारू रूप से चलाने और शरीर की ऊर्जा को संतुलित रखने में मदद करता है। लेकिन जब लीवर कमजोर हो जाता है तो यह हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है। इस ब्लॉग में हम लीवर कमजोर होने के लक्षण, लिवर इन्फेक्शन के कारण और लीवर मजबूत करने के घरेलू उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
लीवर कमजोर होने पर शरीर में कई तरह के बदलाव दिखाई देते हैं। यह लक्षण समय पर पहचानना जरूरी है ताकि समस्या को बढ़ने से रोका जा सके। आइए जानते हैं लीवर कमजोर के लक्षण:
यदि इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
लीवर में इन्फेक्शन के कई कारण हो सकते हैं। यह अक्सर गलत आदतों को अपनाकर या संक्रमण की वजह से होता है। लिवर में इन्फेक्शन के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
लीवर खराब होने के पीछे कई जोखिम कारक हो सकते हैं। इनसे बचाव करना जरूरी है। लीवर खराब होने के जोखिम कारक निम्नलिखित हो सकते हैं:
अगर आपको लीवर की समस्या के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। लीवर की जांच और निदान के लिए निम्नलिखित उपयोगी प्रक्रियाएं हो सकती हैं:
लीवर खराब होने का उपचार समस्या की गंभीरता और कारण पर निर्भर करता है। उपचार के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाए जा सकते हैं:
लीवर को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने के लिए घरेलू उपाय अपनाना फायदेमंद होता है। इन उपायों से लीवर की कार्यक्षमता बेहतर होती है और स्वास्थ्य में सुधार आता है। निम्न प्रकार के घरेलू उपायों को अपना कर लीवर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है:
लहसुन और प्याज सल्फर यौगिकों से भरपूर होते हैं जो लीवर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करते हैं। यह यौगिक लीवर में मौजूद एंजाइम्स को सक्रिय करते हैं जिससे टॉक्सिन्स आसानी से बाहर निकल जाते हैं। इनका नियमित सेवन शरीर को संक्रमण से भी बचाता है।
आंवला विटामिन C का एक उत्कृष्ट स्रोत है जो लीवर की कोशिकाओं को रिपेयर और पुनर्जीवित करने में मदद करता है। यह लीवर में टॉक्सिन्स के प्रभाव को कम करता है और इसे प्राकृतिक रूप से मजबूत बनाता है। आंवला को ताजा खाया जा सकता है या इसका जूस के रूप में भी सेवन किया जा सकता है।
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जो सूजन को कम करता है और लीवर की सफाई में मदद करता है। हल्दी लीवर को विषैले पदार्थों से बचाती है और इसकी कार्यक्षमता बढ़ाती है। इसे दूध, पानी या आहार में शामिल करना लाभकारी होता है।
ग्रीन टी में कैटेचिन नामक एंटीऑक्सिडेंट होता है जो लीवर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालता है। यह लीवर में जमा फैट को कम करने और उसके सही कामकाज को बनाए रखने में सहायक है। रोजाना एक या दो कप ग्रीन टी पीने से लीवर स्वस्थ रहता है।
सुबह खाली पेट गुनगुना नींबू पानी पीना लीवर को डिटॉक्स करने का एक सरल और प्रभावी उपाय है। नींबू में विटामिन C होता है जो लीवर की सफाई करता है और मेटाबोलिज्म को बेहतर बनाने में सहायता करता है। यह उपाय पाचन में भी सुधार करता है।
पपीते के बीज में पपेन नामक एंजाइम होता है जो लीवर को साफ करता है और इसकी कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है। पपीते के बीज को पीसकर इसका सेवन करें या इसे चाय में मिलाकर पिएं। यह लीवर की समस्याओं को कम करने में मददगार है।
गिलोय का रस लीवर को स्वस्थ रखने के लिए एक अद्भुत प्राकृतिक उपाय है। यह इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ लीवर में सूजन और टॉक्सिन्स को कम करता है। रोजाना सुबह खाली पेट गिलोय का रस पीने से लीवर की कार्यक्षमता बेहतर होती है।
मूली लीवर के लिए एक उत्कृष्ट प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर है। यह लीवर से विषाक्त पदार्थों को निकालती है और उसकी सफाई में मदद करती है। मूली को सलाद के रूप में खाएं या इसका जूस बनाकर सेवन करें। यह लीवर को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखती है।
लीवर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए कुछ आदतों को अपनाना बहुत जरूरी है। निम्नलिखित आदतों को अपनाकर आप अपने लीवर को होने वाली किसी भी तकलीफ से बच सकते हैं:
स्वस्थ जीवनशैली और सही खानपान से लीवर की समस्याओं को रोका जा सकता है।
लीवर हमारे शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है जो कई आवश्यक कार्यों को पूरा करता है। यह शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्त करता है, ऊर्जा का उत्पादन करता है और पाचन तंत्र को सुचारु रखता है। यदि लीवर कमजोर के लक्षण या लिवर इन्फेक्शन के लक्षण दिखाई दें तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसके साथ-साथ ऊपर बताए गए लीवर मजबूत करने के घरेलू उपायों को अपनाकर आप अपने लीवर को स्वस्थ और मजबूत बना सकते हैं।
लीवर कमजोर होने पर भूख कम लगना, थकान और पीलिया जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
पेट में भारीपन, उल्टी, और गहरे रंग का पेशाब इसके शुरुआती लक्षण हैं।
यह पाचन तंत्र, ऊर्जा स्तर और त्वचा पर असर डालता है।
थकान, पीलिया और पेट में सूजन आम परेशानियां हैं।
रोजमर्रा के काम में एनर्जी महसूस होना और सही पाचन यह दर्शाता है कि लीवर स्वस्थ है।
लीवर की समस्या की गंभीरता पर निर्भर करता है। डॉक्टर की सलाह अनुसार उपचार लें।
गुनगुना नींबू पानी या गिलोय का रस।
लिवर खराब होने पर पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में दर्द हो सकता है।
Disclaimer
Our healthcare experts have carefully reviewed and compiled the information presented here to ensure accuracy and trustworthiness. It is important to note that this information serves as a general overview of the topic and is for informational purposes only. It is not intended to diagnose, prevent, or cure any health problem. This page does not establish a doctor-patient relationship, nor does it replace the advice or consultation of a registered medical practitioner. We recommend seeking guidance from your registered medical practitioner for any questions or concerns regarding your medical condition.
...View more
...View more
Subscribe
Claim your complimentary health and fitness tips subscription and stay updated on our newest promotions.
Registered Office Address
Intellihealth Solutions Private Limited
Grievance Officer
Download Truemeds
Manage your health with ease Download Truemeds today!Get easy access to medicine refills, health information, and more. With our app, you'll never have to wait in line again. Download now and start taking control of your health.
Contact Us
Our customer representative team is available 7 days a week from 9 am - 9 pm.
v3.5.11
Our Payment Partners