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लीवर इन्फेक्शन क्यों होता है? जानें, लीवर मजबूत करने का घरेलू उपाय

Last updated on : 23 Jan, 2025

Read time : 9 min

लीवर हमारे शरीर का एक अहम अंग है जो पोषक तत्वों को अवशोषित करने, टॉक्सिन्स को बाहर निकालने और पाचन तंत्र को सुचारू रूप से चलाने और शरीर की ऊर्जा को संतुलित रखने में मदद करता है। लेकिन जब लीवर कमजोर हो जाता है तो यह हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है। इस ब्लॉग में हम लीवर कमजोर होने के लक्षण, लिवर इन्फेक्शन के कारण और लीवर मजबूत करने के घरेलू उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

लीवर कमजोर के लक्षण क्या है?

लीवर कमजोर होने पर शरीर में कई तरह के बदलाव दिखाई देते हैं। यह लक्षण समय पर पहचानना जरूरी है ताकि समस्या को बढ़ने से रोका जा सके। आइए जानते हैं लीवर कमजोर के लक्षण:

  1. पेट में सूजन और भारीपन: यह संकेत देता है कि लीवर ठीक से काम नहीं कर रहा है और उसमें सूजन हो सकती है।
  2. भूख में कमी: लीवर की समस्या के कारण पाचन धीमा हो जाता है जिससे भूख नहीं लगती।
  3. थकान और कमजोरी: लीवर कमजोर होने पर शरीर को ऊर्जा नहीं मिलती जिससे थकावट होती है।
  4. पीलिया: त्वचा और आंखों का पीला होना लीवर की खराबी का मुख्य लक्षण है।
  5. उल्टी और मतली: यह लक्षण लीवर में टॉक्सिन्स के बढ़ने के कारण होते हैं।
  6. गहरे रंग का पेशाब: लीवर की खराबी के कारण शरीर से टॉक्सिन्स पूरी तरह नहीं निकल पाते।
  7. त्वचा की समस्याएं: खुजली और दाने लीवर के कमजोर होने के संकेत हो सकते हैं।

यदि इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

लिवर में इन्फेक्शन होने के कारण (Liver Infection Causes in Hindi)

लीवर में इन्फेक्शन के कई कारण हो सकते हैं। यह अक्सर गलत आदतों को अपनाकर या संक्रमण की वजह से होता है। लिवर में इन्फेक्शन के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

  1. वायरल हेपेटाइटिस: हेपेटाइटिस A, B और C वायरस से लीवर पर बुरा प्रभाव पड़ता है। यह संक्रमण गंदे पानी, असुरक्षित संबंध या संक्रमित सुई से फैल सकता है।
  2. शराब का अत्यधिक सेवन: अत्यधिक शराब पीने से लीवर की कोशिकाओं को नुकसान होता है और यह फैटी लिवर का कारण बन सकता है।
  3. अस्वास्थ्यकर आहार: जंक फूड और अत्यधिक वसा युक्त आहार लीवर को कमजोर करते हैं।
  4. मोटापा: मोटापा लीवर पर अतिरिक्त दबाव डालता है और नॉन-एल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) का कारण बनता है।
  5. दवाओं का दुरुपयोग: अधिक मात्रा में पेनकिलर्स या अन्य दवाओं का सेवन लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है।
  6. टॉक्सिन्स का संपर्क: रसायनों और पेस्टिसाइड्स के संपर्क में आना लीवर के लिए हानिकारक हो सकता है।

लीवर खराब होने के जोखिम कारक (Risk Factors for Liver Infection in Hindi)

लीवर खराब होने के पीछे कई जोखिम कारक हो सकते हैं। इनसे बचाव करना जरूरी है। लीवर खराब होने के जोखिम कारक निम्नलिखित हो सकते हैं:

  1. अत्यधिक शराब पीना: लीवर पर लगातार शराब का असर इसे कमजोर बना देता है।
  2. अस्वच्छ जीवनशैली: गंदे पानी और अस्वच्छ भोजन का सेवन संक्रमण का कारण बनता है।
  3. मोटापा और डायबिटीज: अधिक वजन और ब्लड शुगर का उच्च स्तर लीवर की समस्याओं को जन्म दे सकता है।
  4. अनुवांशिक समस्याएं: कुछ लोगों में लीवर की समस्याएं आनुवंशिक रूप से पाई जाती हैं।
  5. वायरल संक्रमण: हेपेटाइटिस जैसे वायरस लीवर की गंभीर समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
  6. रसायनों का उपयोग: पेस्टिसाइड्स और औद्योगिक केमिकल्स के संपर्क में आने से लीवर पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

लीवर की जांच और निदान (Liver Tests and Diagnosis methods in Hindi)

अगर आपको लीवर की समस्या के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। लीवर की जांच और निदान के लिए निम्नलिखित उपयोगी प्रक्रियाएं हो सकती हैं:

  1. ब्लड टेस्ट: लीवर फंक्शन टेस्ट (LFT) के माध्यम से लीवर की स्थिति का पता लगाया जा सकता है।
  2. इमेजिंग टेस्ट: अल्ट्रासाउंड, सी.टी. स्कैन और एम.आर.आई. से लीवर की संरचना की जांच की जाती है।
  3. बायोप्सी: लीवर के टिशू का सैंपल लेकर इसका गहराई से विश्लेषण किया जाता है।
  4. फाइब्रोस्कैन: यह लीवर की कठोरता और क्षति का मूल्यांकन करता है।

लीवर खराब होने का उपचार (Liver Infection Treatment in Hindi)

लीवर खराब होने का उपचार समस्या की गंभीरता और कारण पर निर्भर करता है। उपचार के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाए जा सकते हैं:

  1. संक्रमण को नियंत्रित करना: डॉक्टर एंटीबायोटिक्स या एंटीवायरल दवाएं लिख सकते हैं।
  2. जीवनशैली में बदलाव: स्वस्थ भोजन, नियमित व्यायाम और शराब का त्याग करना आवश्यक है।
  3. दवाओं का सही उपयोग: लीवर को सुरक्षित रखने के लिए डॉक्टर की सलाह से ही दवाओं का सेवन करें।
  4. लीवर प्रत्यारोपण: गंभीर मामलों में लीवर ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ सकती है।

लीवर मजबूत करने का घरेलू उपाय (Home Remedies for Liver Infection in Hindi)

लीवर को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने के लिए घरेलू उपाय अपनाना फायदेमंद होता है। इन उपायों से लीवर की कार्यक्षमता बेहतर होती है और स्वास्थ्य में सुधार आता है। निम्न प्रकार के घरेलू उपायों को अपना कर लीवर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सकता है:

1. लहसुन और प्याज

लहसुन और प्याज सल्फर यौगिकों से भरपूर होते हैं जो लीवर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करते हैं। यह यौगिक लीवर में मौजूद एंजाइम्स को सक्रिय करते हैं जिससे टॉक्सिन्स आसानी से बाहर निकल जाते हैं। इनका नियमित सेवन शरीर को संक्रमण से भी बचाता है।

2. आंवला का सेवन

आंवला विटामिन C का एक उत्कृष्ट स्रोत है जो लीवर की कोशिकाओं को रिपेयर और पुनर्जीवित करने में मदद करता है। यह लीवर में टॉक्सिन्स के प्रभाव को कम करता है और इसे प्राकृतिक रूप से मजबूत बनाता है। आंवला को ताजा खाया जा सकता है या इसका जूस के रूप में भी सेवन किया जा सकता है।

3. हल्दी का उपयोग

हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जो सूजन को कम करता है और लीवर की सफाई में मदद करता है। हल्दी लीवर को विषैले पदार्थों से बचाती है और इसकी कार्यक्षमता बढ़ाती है। इसे दूध, पानी या आहार में शामिल करना लाभकारी होता है।

4. ग्रीन टी

ग्रीन टी में कैटेचिन नामक एंटीऑक्सिडेंट होता है जो लीवर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालता है। यह लीवर में जमा फैट को कम करने और उसके सही कामकाज को बनाए रखने में सहायक है। रोजाना एक या दो कप ग्रीन टी पीने से लीवर स्वस्थ रहता है।

5. गुनगुना नींबू पानी

सुबह खाली पेट गुनगुना नींबू पानी पीना लीवर को डिटॉक्स करने का एक सरल और प्रभावी उपाय है। नींबू में विटामिन C होता है जो लीवर की सफाई करता है और मेटाबोलिज्म को बेहतर बनाने में सहायता करता है। यह उपाय पाचन में भी सुधार करता है।

6. पपीते के बीज

पपीते के बीज में पपेन नामक एंजाइम होता है जो लीवर को साफ करता है और इसकी कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है। पपीते के बीज को पीसकर इसका सेवन करें या इसे चाय में मिलाकर पिएं। यह लीवर की समस्याओं को कम करने में मददगार है।

7. गिलोय का रस

गिलोय का रस लीवर को स्वस्थ रखने के लिए एक अद्भुत प्राकृतिक उपाय है। यह इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ लीवर में सूजन और टॉक्सिन्स को कम करता है। रोजाना सुबह खाली पेट गिलोय का रस पीने से लीवर की कार्यक्षमता बेहतर होती है।

8. मूली

मूली लीवर के लिए एक उत्कृष्ट प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर है। यह लीवर से विषाक्त पदार्थों को निकालती है और उसकी सफाई में मदद करती है। मूली को सलाद के रूप में खाएं या इसका जूस बनाकर सेवन करें। यह लीवर को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखती है।

लीवर खराब होने से बचाव  (Prevention of Liver Infection in Hindi)

लीवर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए कुछ आदतों को अपनाना बहुत जरूरी है। निम्नलिखित आदतों को अपनाकर आप अपने लीवर को होने वाली किसी भी तकलीफ से बच सकते हैं:

  1. अत्यधिक शराब और धूम्रपान से बचें क्योंकि ये लीवर को सीधे नुकसान पहुंचाते हैं।
  2. अपने आहार को संतुलित रखें जिसमें प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स शामिल हों। 
  3. जंक फूड और तले-भुने खाने से दूरी बनाएं क्योंकि ये लीवर पर अतिरिक्त भार डालते हैं। 
  4. नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं जो लीवर की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है। 
  5. हेपेटाइटिस वायरस से बचने के लिए टीकाकरण अवश्य करवाएं। 

स्वस्थ जीवनशैली और सही खानपान से लीवर की समस्याओं को रोका जा सकता है।

निष्कर्ष

लीवर हमारे शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है जो कई आवश्यक कार्यों को पूरा करता है। यह शरीर को विषैले पदार्थों से मुक्त करता है, ऊर्जा का उत्पादन करता है और पाचन तंत्र को सुचारु रखता है। यदि लीवर कमजोर के लक्षण या लिवर इन्फेक्शन के लक्षण दिखाई दें तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसके साथ-साथ ऊपर बताए गए लीवर मजबूत करने के घरेलू उपायों को अपनाकर आप अपने लीवर को स्वस्थ और मजबूत बना सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

कैसे पता करें कि लीवर कमजोर है?

लीवर कमजोर होने पर भूख कम लगना, थकान और पीलिया जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

लिवर खराब होने के शुरुआती लक्षण क्या हैं?

पेट में भारीपन, उल्टी, और गहरे रंग का पेशाब इसके शुरुआती लक्षण हैं।

लिवर में इन्फेक्शन होने से क्या दिक्कत होती है?

यह पाचन तंत्र, ऊर्जा स्तर और त्वचा पर असर डालता है।

लिवर की बीमारी में मरीज को क्या-क्या परेशानियां होती हैं?

थकान, पीलिया और पेट में सूजन आम परेशानियां हैं।

कैसे पता चलेगा कि लिवर स्वस्थ है?

रोजमर्रा के काम में एनर्जी महसूस होना और सही पाचन यह दर्शाता है कि लीवर स्वस्थ है।

लिवर कितने दिन में ठीक हो जाता है?

लीवर की समस्या की गंभीरता पर निर्भर करता है। डॉक्टर की सलाह अनुसार उपचार लें।

लिवर के लिए सुबह क्या पीना चाहिए?

गुनगुना नींबू पानी या गिलोय का रस।

Liver खराब होने पर कहाँ दर्द होता है?

लिवर खराब होने पर पेट के ऊपरी दाएं हिस्से में दर्द हो सकता है।

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