Last updated on : 15 Apr, 2025
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जैतून का तेल जिसे हम आमतौर पर Olive Oil के नाम से भी जानते हैं, एक ऐसा तेल है जिसे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक माना जाता है। इसे जैतून के फलों से निकाला जाता है और इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है। इसका Green Mediterranean Diet में काफी महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है। हेल्थ के प्रति सजग लोगों के बीच इसकी लोकप्रियता काफी तेजी से बढ़ रही है। इसकी बढ़ती लोकप्रियता के कारण आज के इस लेख (blog) में हम जैतून के तेल की चर्चा करेंगे और जानेंगे इससे जुड़े फायदे, नुकसान और कुछ तथ्य जो शायद आपने पहले नहीं सुने हों।
जैतून का तेल विभिन्न प्रकार में पाया जाता है जिनमें से निम्नलिखित प्रकार मुख्य हैं :
यह सबसे उत्तम प्रकार वाला जैतून का तेल होता है जिसे कोल्ड प्रेसिंग विधि (cold pressing method) के जरिए निकाला जाता है ताकि अत्यधिक तापमान के कारण इसका वास्तविक स्वाद बचाया जा सके। अच्छे स्वास्थ्य के लिए इसका इसको सबसे किफायती माना जाता है।
उपयोग : सलाद और बिना पकाये जाने वाले व्यंजनों में ।
यह भी कोल्ड प्रेसिंग विधि (cold pressing method) के जरिए ही बनाया जाता है लेकिन इसमें अम्ल की मात्रा एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून तेल के मुकाबले ज्यादा पायी जाती है।
उपयोग : सलाद, हल्के तलने वाली चीजों के लिए और बेक करने के लिए।
यह विभिन्न भौतिक एवं रासायनिक प्रक्रियाओं द्वारा तैयार किया जाता है। गुणवत्ता में इसे काफी कम दर्जे का माना जाता है।
उपयोग : उच्च तापमान पर पकाने, तलने और बेकिंग के लिए।
यह वर्जिन और रिफाइन्ड जैतून के तेल का मिश्रण होता है।
उपयोग : सामान्य तौर पर पकाने और तलने के लिए।
यह नाम इसके हल्के रंग और हल्की सुगंध के कारण होता है। इसे रिफाइंड तेल से तैयार किया जाता है।
उपयोग: बेकिंग, फ्राइंग और पकाने में जहाँ हल्का स्वाद आवश्यक हो।
United States Department of Agriculture (USDA) के अनुसार जैतून के तेल में महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कि इसे एक स्वास्थ्यवर्धक विकल्प बनाता है।
आइए, नीचे दिए गए तालिका में जैतून के तेल में पाए जाने वाले प्रमुख पोषक तत्वों और उनकी मात्रा का विवरण जानते हैं।
पोषक तत्व | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
कैलोरी | 884 |
Monosaturated फैट | 73 ग्राम |
विटामिन E | 14.4 मिलीग्राम |
Potassium | 1 मिलीग्राम |
इसके अलावा जैतून के तेल में कुछ ऐन्टीआक्सिडन्ट भी पाए जाते हैं जिनके अपने अलग फायदे होते हैं।
जैतून के तेल के फायदे अनगिनत हैं। यह हृदय को स्वस्थ रखता है, त्वचा को नमी और चमक प्रदान करता है, बालों को मजबूत बनाता है, हड्डियों को मजबूती देता है और दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ाता है। जैतून का तेल वजन नियंत्रित करने और अनिद्रा जैसी समस्याओं से राहत देने में भी सहायक है। आइए, जैतून के तेल के फायदे विस्तार से समझें।
जैतून का तेल अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाता है और बुरे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है जो कि हृदय के स्वास्थ्य को अच्छा करता है और हृदय संबंधी रोगों से मुक्ति देने में मदद करता है।
मोनोसैचुरेटेड फैट (Monosaturated fat) की अच्छी मात्रा के कारण मोटापे का खतरा कम होता है क्यूंकि यह वजन को नियंत्रित करने में काफी मदद करता है और यह जैतून के तेल में काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है।
जैतून के तेल में विटामिन E काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो कि एक फैट-सॉल्यूबल विटामिन है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है जो कि इम्यूनिटी को बढ़ाने में काफी मददगार होता है।
जैतून का तेल त्वचा को नमीं प्रदान करता है और बालों को मजबूत बनाता है।
जैतून का तेल कब्ज जैसी समस्याओ का समाधान करता है जिससे कि पाचन तंत्र और मजबूत होता है।
यह भी पढ़ें: अरंडी का तेल: फायदे, उपयोग और सावधानियां
जैतून के तेल के कुछ संभावित नुकसान भी हैं जैसे कि :
जैतून का तेल कैलोरी में ज्यादा होता है, जो कि अधिक मात्रा में सेवन करने पर वजन बढ़ा सकता है।
कुछ लोगों को जैतून के तेल से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर निशान, खुजली या सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।
अत्यधिक जैतून के तेल का सेवन रक्तचाप को कम कर सकता है, जिससे हाइपोटेंशन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
जैतून का तेल ब्लड शुगर स्तर को प्रभावित कर सकता है, जिससे मधुमेह के रोगियों को समस्या हो सकती है।
अत्यधिक सेवन से दस्त और पेट दर्द जैसी पाचन समस्याएँ हो सकती हैं।
जैतून के तेल का त्वचा पर सीधा उपयोग कुछ लोगों के लिए जलन या मुहांसे उत्पन्न कर सकता है।
पुराने या ऑक्सीडाइज़्ड जैतून के तेल का सेवन हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है।
जैतून का तेल कुछ दवाओं के प्रभाव को प्रभावित कर सकता है, विशेष रूप से ब्लड थिनर्स और रक्तचाप की दवाओं के साथ।
जैतून का तेल खरीदते वक्त इन बातों को ध्यान में रखें:
सबसे पहले, एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून का तेल लें। इसे बिना किसी रासायनिक प्रक्रिया के ठंडे दबाव से निकाला जाता है और इसमें सबसे ज्यादा पोषक तत्व पाए जाते हैं।
बोतल पर “एक्स्ट्रा वर्जिन” लिखा होना चाहिए। साथ ही, “कुल अम्लता” 0.8% से कम होनी चाहिए। बनने और खराब होने की तारीख भी देख लें।
जैतून का तेल हमेशा गहरे रंग की बोतल या टिन के डिब्बे में खरीदें। ये पैकेजिंग तेल को रोशनी और हवा से बचाती है, जो इसकी गुणवत्ता को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
भूमध्य सागर के आसपास के देश जैसे इटली स्पेन, या ग्रीस से आने वाला तेल अक्सर बेहतर गुणवत्ता का होता है।
जैविक प्रमाणित और “DOP” (Protected Designation of Origin) वाले लेबल को तरजीह दें। ये लेबल गुणवत्ता की गारंटी देते हैं।
इन सलाहों को याद रखकर आप शानदार जैतून का तेल चुन सकते हैं जो स्वाद में बेहतरीन होने के साथ-साथ आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद होगा।
जिस प्रकार से किसी भी चीज के बारे में अच्छी चीजें सामने आती हैं तो उससे जुड़े हुए मिथ्यों को फैलने में भी ज्यादा वक्त नहीं लगता है। जैतून के तेल के बारे में भी कुछ मिथक फैले हुए हैं जिनको दूर करना जरूरी है।
सच: जैतून के तेल में कई रूप पाए जाते हैं जैसे एक्स्ट्रा वर्जिन,वर्जिन, रिफाइन्ड, प्योर और हल्का। एक्स्ट्रा वर्जिन तेल सबसे अच्छा माना जाता है, जबकि अन्य प्रकारों की गुणवत्ता उनकी प्रक्रिया पर निर्भर करती है।
सच: जैतून का तेल भी दूसरे तेलों की तरह समय के साथ बिगड़ सकता है। इसे ठंडी, अंधेरी जगह पर रखना चाहिए और एक्सपायरी डेट से पहले इस्तेमाल कर लेना चाहिए।
सच: जैतून के तेल का रंग उसके प्रकार और बनाने की विधि पर निर्भर करता है। रंग से गुणवत्ता नहीं पहचानी जा सकती, बल्कि स्वाद और खुशबू पर ध्यान देना ज़रूरी है।
जैतून का तेल स्वास्थ्य के लिए अच्छा विकल्प है। इसका स्वाद अनोखा है और यह शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाता है। इसमें पोषक तत्व भरपूर हैं और यह सेहत को लाभ देता है। लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं, जिन पर ध्यान देना जरूरी है।अगर आप जैतून का तेल खाना चाहते हैं, तो इसे अपने खाने में थोड़ा-थोड़ा डालें और इससे होने वाले नुकसान के बारे में सावधान रहें। याद रखें, हर चीज का सेवन सही मात्रा में करना ही अच्छा होता है। जैतून का तेल आपकी सेहत को बेहतर बना सकता है अगर आप इसे सही तरीके से इस्तेमाल करें।
यह त्वचा को नम रखता है, बालों को मजबूत करता है, और जोड़ों के दर्द से राहत देता है। इसे हल्के हाथों से मालिश के लिए इस्तेमाल करें।
यह हृदय स्वास्थ्य, मांसपेशियों की मजबूती, और त्वचा की देखभाल के लिए फायदेमंद है। यह टेस्टोस्टेरोन के स्तर को भी संतुलित रख सकता है।
हां, लेकिन पहले पैच टेस्ट करें। यह नमी देता है, पर अधिक इस्तेमाल से जलन हो सकती है। डॉक्टर से सलाह लें।
यह पाचन को बेहतर करता है, त्वचा को नरम रखता है, और तनाव कम करता है। रोज़ रात को 2-3 बूंद डालें।
रात को सोने से पहले या सुबह नहाने से पहले मालिश करना अच्छा होता है, क्योंकि यह त्वचा और बालों को गहराई से पोषण देता है।
यह त्वचा को चमक देता है और दाग-धब्बों को हल्का करता है, लेकिन गोरा करने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।
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