Home/Blog/Health Insights in Hindi/Health Conditions In Hindi/बवासीर (Piles) के लिए 8 बेहतरीन घरेलू इलाज

बवासीर (Piles) के लिए 8 बेहतरीन घरेलू इलाज

Last updated on : 14 Oct, 2024

Read time : 6 min

परिचय (Introduction)

बवासीर, जिसे Piles या Hemorrhoids भी कहा जाता है, यह एक सामान्य लेकिन कष्टदायक बीमारी है, जो गुदा और मलाशय के आसपास की रक्त वाहिकाओं में सूजन के कारण होती है। बवासीर के कारण व्यक्ति को मलत्याग के दौरान अत्यधिक दर्द, खून आना, खुजली और असुविधा का सामना करना पड़ता है। यह समस्या किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है, लेकिन ज्यादातर यह समस्या 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में देखी जाती है। मुख्यतः यह बीमारी लंबे समय तक बैठने, कब्ज, गर्भावस्था, और भारी वजन उठाने जैसी परिस्थितियों के कारण होती है। बवासीर का उपचार समय पर न किया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकता है। इस ब्लॉग में हम बवासीर के बारे में चर्चा करेंगे और जानेंगे इसके विभिन्न प्रकार, लक्षण, कारण और इसके 8 बेहतरीन घरेलू इलाजों के बारे में जो इसे नियंत्रण में रखने और लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।

बवासीर किन कारणों से होता है?

बवासीर के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

  • कब्ज: कब्ज एक बहुत ही आम समस्या बन चुकी है और यह बवासीर का मुख्य कारण है।  लंबे समय तक कब्ज रहने से मल त्याग के दौरान अतिरिक्त जोर लगाने की आवश्यकता पड़ती है, जिससे गुदा के आसपास की रक्त वाहिकाएं सूज जाती हैं जिससे बवासीर की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
  • लंबे समय तक बैठना: एक ही स्थिति में लंबे समय तक बैठने से रक्त के प्रवाह में रुकावट या सकती है जिससे गुदा और मलाशय पर दबाव बढ़ सकता है, जो बवासीर का कारण बन सकता है।
  • गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय का आकार बढ़ने के कारण गुदा के आसपास की नसों पर असर पड़ता है, जिससे बवासीर होने की संभावना बढ़ जाती है। गर्भावस्था के दौरान कई सारे हॉर्मोनल बदलाव के कारण भी नसें कमजोर हो जाती हैं, जो बवासीर का कारण बन सकती हैं। 
  • अनुचित आहार: फाइबर युक्त आहार की कमी के कारण बवासीर की समस्या बढ़ सकती है क्योंकि फाइबर मल को नरम रखता है, जिससे कब्ज की समस्या का खतरा टल जाता है। अत्यधिक मसालेदार भोजन का सेवन करने से भी बवासीर होने का खतरा बना रहता है।
  • अधिक वजन : मोटापा भी बवासीर का एक प्रमुख कारण है। अतिरिक्त वजन गुदा क्षेत्र पर अधिक दबाव डालता है, जिससे नसों में सूजन आ सकती है।

बवासीर के प्रकार (Types of piles in hindi)

बवासीर मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं:

  1. आंतरिक बवासीर: यह गुदा के अंदर विकसित होते हैं और आमतौर पर दर्द रहित होते हैं। हालांकि, ये मल त्याग के समय रक्तस्राव का कारण बन सकते हैं। आंतरिक बवासीर की पहचान तब होती है जब व्यक्ति मल त्याग करते समय रक्त देखता है, लेकिन दर्द का अनुभव नहीं करता।
  2. बाहरी बवासीर: यह गुदा के बाहर होते हैं और इनमें दर्द, खुजली, और सूजन हो सकती है। बाहरी बवासीर आमतौर पर अधिक असुविधाजनक होते हैं और कभी-कभी खून भी निकल सकता है। यदि बाहरी बवासीर में थक्का बन जाता है, तो यह अत्यधिक दर्दनाक हो सकता है।

बवासीर के लक्षण (Symptoms of piles in hindi)

बवासीर के विभिन्न लक्षण होते हैं जो इसकी गंभीरता और प्रकार के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। कुछ प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हैं:

  • मल त्याग के दौरान दर्द: मल त्याग के समय गुदा और मलाशय में दर्द या जलन का अनुभव हो सकता है।
  • खून आना: मल त्याग के दौरान या उसके बाद खून आ सकता है।
  • खुजली: गुदा के आसपास खुजली और जलन का अनुभव बवासीर में एक आम समस्या है और यह बहुत ही असुविधाजनक हो सकता है।
  • सूजन: गुदा के चारों ओर सूजन या गांठें बनना। यह सूजन बाहरी बवासीर के साथ अधिक दिखाई देती है।
  • मल के दौरान असुविधा: मल त्याग के दौरान असुविधा का सामना करना पड़ता है। 

बवासीर के लिए घरेलू इलाज (Home remedies for piles in hindi)

बवासीर के इलाज के लिए कुछ घरेलू उपाय भी कारगर साबित हो सकते हैं। निम्नलिखित 8 घरेलू उपाय बवासीर के लक्षणों को कम करने और इसे नियंत्रित रखने में सहायक हो सकते हैं:

  • सिट्ज बाथ: सिट्ज बाथ, यानी गर्म पानी में बैठने से गुदा क्षेत्र में रक्त संचार बढ़ता है। यह एक प्रभावी घरेलू उपाय है, जिससे सूजन और दर्द में राहत मिलती है। दिन में 2-3 बार 10-15 मिनट के लिए सिट्ज बाथ लेने से बवासीर के लक्षणों में सुधार हो सकता है।
  • कोल्ड कंप्रेस: बर्फ के पैकेट का उपयोग सूजन और दर्द को कम करने के लिए किया जा सकता है। कोल्ड कंप्रेस का इस्तेमाल करने से तत्काल आराम मिलता है और सूजन कम होती है।
  • नारियल का तेल: नारियल का तेल जलन रहित और एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होता है। इसे गुदा के प्रभावित क्षेत्र पर लगाने से खुजली और जलन में राहत मिलती है।
  • वेट वाइप्स: मल त्याग के बाद वेट वाइप्स का उपयोग करने से सफाई बेहतर होती है और खुजली में राहत मिलती है। यह सामान्य टॉयलेट पेपर की तुलना में अधिक कोमल होते हैं।
  • व्यायाम: नियमित व्यायाम करने से पेट की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है और कब्ज की समस्या से राहत मिलती है, जिससे बवासीर के लक्षणों में सुधार हो सकता है।
  • तनाव प्रबंधन और अच्छी नींद: तनाव बवासीर के लक्षणों को बढ़ा सकता है, इसलिए ध्यान, योग, और पर्याप्त नींद लेना अति आवश्यक है। यह शरीर को आराम प्रदान करता है और उपचार की प्रक्रिया को तेज करता है।
  • हाइड्रेशन: पर्याप्त मात्रा में पानी पीना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और कब्ज की समस्या को कम करता है। प्रतिदिन 8-10 गिलास पानी पीने का प्रयास करें। यह मल को नरम रखने में मदद करता है, जिससे मल त्याग के दौरान कम दबाव पड़ता है और बवासीर की संभावना कम होती है।
  • ज़्यादा फाइबर वाला आहार: फाइबर युक्त आहार जैसे फल, सब्जियाँ, और साबुत अनाज का सेवन करना कब्ज को रोकने में मदद करता है, जिससे बवासीर के लक्षणों में कमी आती है।

डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?

यदि घरेलू उपायों से राहत नहीं मिलती है या यदि लक्षण गंभीर हो जाते हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है। विशेष रूप से, यदि रक्तस्राव बढ़ता है, दर्द असहनीय है, या बवासीर के आकार में वृद्धि होती है, तो तुरंत चिकित्सा सलाह लें। इसके अलावा, यदि बवासीर के साथ अन्य लक्षण जैसे बुखार, उल्टी, या पेट में गंभीर दर्द हो, तो यह गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है और तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

निष्कर्ष (Conclusion)

बवासीर एक सामान्य लेकिन परेशान करने वाली स्थिति है, जिसे सही उपचार और सावधानियों के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है। घरेलू उपाय जैसे सिट्ज बाथ, कोल्ड कंप्रेस, नारियल का तेल, वेट वाइप्स, व्यायाम, और हाइड्रेशन बवासीर के लक्षणों को कम करने में अत्यधिक सहायक होते हैं। हालांकि, अगर घरेलू उपचार से राहत न मिले, तो डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है। बवासीर के उपचार में समय पर ध्यान देने से न केवल इसके लक्षणों में सुधार होता है, बल्कि इसे गंभीर होने से भी रोका जा सकता है।

Select Category
Was this article useful?
40 people find this information helpful

Meet our Health Experts

View All
Dr. Nikhil Ambatkar
Dr. Nikhil Ambatkar

Ph.D, M.Tech, B.Tech

6 years
Dr. Sachin Singh
Dr. Sachin Singh

MBBS

5 years
Dr. Mandeep Chadha
Dr. Mandeep Chadha

MBBS, DNB (OBGY)

10 years
Amatul Ameen
Amatul Ameen

B. Pharm, MSc.

13 years
Amit Sharma
Amit Sharma

B. Pharm

3 years
Rohini Mankar
Rohini Mankar

Bsc. Zoology, Masters of Public Health

11 years
Dr. Divya Mandial
Dr. Divya Mandial

PhD in Chemistry

8 years
Dr. Sonia Gupta
Dr. Sonia Gupta

BDS

6 years
Saloni Bhardwaj Sharma
Saloni Bhardwaj Sharma

B.Pharm, M.Pharm

4 years
Dr. Chhavi Rosha
Dr. Chhavi Rosha

BMS, FMC, MD Resident

8 years
Dr. Lakshmi Vaswani
Dr. Lakshmi Vaswani

MBBS, Dip.Pathology, MBA (Healthcare Services)

16 years

Follow us on

Disclaimer

Our healthcare experts have carefully reviewed and compiled the information presented here to ensure accuracy and trustworthiness. It is important to note that this information serves as a general overview of the topic and is for informational purposes only. It is not intended to diagnose, prevent, or cure any health problem. This page does not establish a doctor-patient relationship, nor does it replace the advice or consultation of a registered medical practitioner. We recommend seeking guidance from your registered medical practitioner for any questions or concerns regarding your medical condition.

Subscribe

Claim your complimentary health and fitness tips subscription and stay updated on our newest promotions.

Download Truemeds

Manage your health with ease Download Truemeds today!Get easy access to medicine refills, health information, and more. With our app, you'll never have to wait in line again. Download now and start taking control of your health.

playstoreIcon

Contact Us

Our customer representative team is available 7 days a week from 9 am - 9 pm.


v3.4.8

copyright2024 - Truemeds | All rights reserved

Our Payment Partners

paymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartner
paymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartner