Home/Blog/Health Insights in Hindi/Health Conditions In Hindi/कमर दर्द क्यों होता है? जानें कारण और असरदार घरेलू उपाय

कमर दर्द क्यों होता है? जानें कारण और असरदार घरेलू उपाय

Last updated on : 28 Apr, 2025

Read time : 15 min

व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। यह दर्द लंबे समय तक बैठने, गलत मुद्रा, शारीरिक मेहनत, मांसपेशियों में खिंचाव, डिस्क की समस्या या जीवनशैली की आदतों के कारण हो सकता है। सौभाग्य से, कुछ घरेलू उपाय इस समस्या को कम करने में काफी प्रभावी हो सकते हैं। इस लेख में हम कमर दर्द के कारणों, लक्षणों और इसके उपचार के बारे में विस्तार से जानेंगे। साथ ही, कुछ असरदार घरेलू उपाय और बचाव के तरीकों पर भी चर्चा करेंगे।

कमर दर्द क्या है?

कमर दर्द (kamar dard) रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में होने वाली असुविधा या दर्द को कहा जाता है। यह दर्द हल्का और अस्थायी हो सकता है या गंभीर और लंबे समय तक रहने वाला भी हो सकता है। कमर दर्द दो प्रकार का होता है: तीव्र (एक्यूट) और पुराना (क्रॉनिक)। तीव्र कमर दर्द अचानक शुरू होता है और कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक रह सकता है, जैसे भारी सामान उठाने या गलत तरीके से झुकने के कारण। पुराना कमर दर्द तीन महीने से अधिक समय तक रहता है और इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे डिस्क की समस्या, गठिया, या खराब जीवनशैली।

कमर दर्द किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन यह वयस्कों और बुजुर्गों में अधिक आम है। यह न केवल शारीरिक गतिविधियों को सीमित करता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है। कमर दर्द का इलाज समय पर करना जरूरी है, क्योंकि अनदेखी करने से स्थिति बिगड़ सकती है। कमर दर्द का घरेलू उपाय जैसे सिकाई, योग, और सही आहार इस दर्द को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस लेख में हम इन सभी पहलुओं को गहराई से समझेंगे ताकि आप इस समस्या से निपट सकें।

कमर दर्द के कारण

कमर दर्द के कारण (kamar dard ke karan) कई हो सकते हैं, जो शारीरिक, जीवनशैली, या चिकित्सीय समस्याओं से संबंधित हैं। इन कारणों को समझना उपचार और बचाव के लिए जरूरी है। प्रमुख कारणों में शामिल हैं:

  1. मांसपेशियों में खिंचाव: भारी सामान उठाना, अचानक झटका लगना, या गलत तरीके से व्यायाम करने से मांसपेशियों या स्नायु (tendon/ligament) में खिंचाव हो सकता है।
  2. खराब मुद्रा (पोश्चर): लंबे समय तक गलत तरीके से बैठना, झुककर काम करना, या गलत गद्दे पर सोना कमर दर्द का कारण बनता है।
  3. स्लिप्ड डिस्क (slipped disc): रीढ़ की हड्डी की डिस्क में सूजन या फिसलन (स्लिप डिस्क) से नसों पर दबाव पड़ता है, जिससे दर्द होता है।
  4. गठिया (आर्थराइटिस): ऑस्टियोआर्थराइटिस या रूमेटॉइड आर्थराइटिस रीढ़ की हड्डी को प्रभावित कर कमर दर्द का कारण बनता है। यहां जानें: घुटनों के दर्द के लिए आयुर्वेदिक घरेलू उपाय
  5. किडनी की समस्या: किडनी स्टोन या इन्फेक्शन कमर के निचले हिस्से में दर्द पैदा कर सकता है।
  6. मोटापा: अतिरिक्त वजन रीढ़ की हड्डी पर दबाव डालता है, जिससे कमर दर्द बढ़ता है।
  7. तनाव और मानसिक स्वास्थ्य: लंबे समय तक तनाव या अवसाद मांसपेशियों को तनावग्रस्त कर दर्द का कारण बन सकता है।
  8. गर्भावस्था: गर्भावस्था में हार्मोनल बदलाव और वजन बढ़ने से कमर दर्द आम है।
  9. कमजोर हड्डियां: ऑस्टियोपोरोसिस या कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर होकर दर्द का कारण बनती हैं।
  10. लंबे समय तक बैठना: ऑफिस में घंटों एक ही स्थिति में बैठने से मांसपेशियां अकड़ जाती हैं।
  11. चोट या दुर्घटना: गिरने, खेलकूद, या दुर्घटना से कमर की मांसपेशियों या हड्डियों को नुकसान हो सकता है।
  12. स्पॉन्डिलाइटिस: रीढ़ की हड्डी में सूजन या अकड़न कमर दर्द का कारण बनती है।
  13. शरीर में पानी की कमी: कई बार शरीर में पानी की कमी की वजह से भी मांसपेशियों में ऐंठन और पीठ दर्द हो सकता है।

इन कारणों को समझकर आप कमर दर्द का इलाज और बचाव के लिए सही कदम उठा सकते हैं। अगर दर्द बार-बार हो या गंभीर हो, तो डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है।

कमर दर्द से कैसे बचें?

कमर दर्द से बचाव संभव है, अगर आप अपनी जीवनशैली और आदतों में कुछ बदलाव करें। निम्नलिखित उपाय कमर दर्द को रोकने में मदद करते हैं:

  1. सही मुद्रा अपनाएं: बैठते, खड़े होते, या चलते समय रीढ़ को सीधा रखें। कुर्सी पर बैठते समय कमर को सहारा दें।
  2. नियमित व्यायाम करें: रोज 30 मिनट का व्यायाम, जैसे चलना, तैरना, या योग, मांसपेशियों को मजबूत करता है।
  3. वजन नियंत्रित करें: अधिक वजन पीठ पर दबाव डालता है। संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से वजन को नियंत्रण में रखना ज़रूरी है। यहां जानें: मोटापा कम करने के असरदार घरेलू उपाय
  4. भारी सामान सावधानी से उठाएं: भारी वस्तुओं को उठाते समय घुटनों को मोड़ें और कमर को सीधा रखें।
  5. सही गद्दा और तकिया चुनें: ना बहुत सख्त और ना बहुत मुलायम गद्दा चुनें। तकिया ऐसा हो जो गर्दन और कमर को ठीक से सपोर्ट दे।
  6. लंबे समय तक एक स्थिति में न रहें: हर 30-40 मिनट में उठकर टहलें या स्ट्रेचिंग करें।
  7. तनाव कम करें: ध्यान, योग, और गहरी सांस लेने की तकनीक तनाव को कम कर मांसपेशियों को आराम देती है।
  8. सही जूते पहनें: ऊंची एड़ी या असहज जूते कमर दर्द बढ़ा सकते हैं। सपाट और आरामदायक जूते चुनें।
  9. कैल्शियम और विटामिन डी लें: हड्डियों को मजबूत करने के लिए दूध, हरी सब्जियां, और धूप का सेवन करें।
  10. स्मोकिंग से बचें: धूम्रपान रक्त प्रवाह को कम करता है, जिससे मांसपेशियों को नुकसान हो सकता है।

ये उपाय न केवल कमर दर्द को रोकते हैं, बल्कि समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाते हैं। नियमित रूप से इनका पालन करने से आप दर्द से बचे रह सकते हैं।

कमर दर्द के घरेलू उपाय

कमर दर्द का घरेलू उपाय (kamar dard ka gharelu upay) प्राकृतिक और आसान तरीके हैं, जो दर्द को कम करने और मांसपेशियों को आराम देने में मदद करते हैं। ये उपाय सुरक्षित हैं और ज्यादातर लोगों के लिए प्रभावी साबित होते हैं। हालांकि, अगर दर्द गंभीर हो या लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर की सलाह जरूरी है। आइए कुछ असरदार घरेलू उपायों पर विस्तार से जानें:

1. गर्म पानी से सिकाई

गर्म पानी से सिकाई कमर दर्द को कम करने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है। गर्माहट मांसपेशियों को आराम देती है, रक्त प्रवाह बढ़ाती है, और तनाव को कम करती है। यह मांसपेशियों में खिंचाव, अकड़न, या चोट के कारण होने वाले दर्द में विशेष रूप से फायदेमंद है।

कैसे करें?

  • एक हॉट वाटर बैग में गर्म पानी भरें (तापमान इतना हो कि त्वचा को नुकसान न पहुंचे)।
  • दर्द वाले स्थान पर 15-20 मिनट तक सिकाई करें।
  • वैकल्पिक रूप से, गर्म पानी में तौलिया भिगोकर निचोड़ लें और कमर पर रखें।
  • दिन में 2-3 बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
  • अगर सूजन हो, तो पहले 48 घंटों के लिए ठंडी सिकाई करें और फिर गर्म सिकाई शुरू करें।

फायदे: गर्म सिकाई से मांसपेशियां ढीली होती हैं, दर्द कम होता है, और रिकवरी तेज होती है। यह पुराने कमर दर्द और मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द में भी राहत देता है। सावधानी बरतें कि सिकाई बहुत गर्म न हो, वरना त्वचा जल सकती है। अगर दर्द बढ़े, तो तुरंत सिकाई बंद करें और डॉक्टर से संपर्क करें।

2. हल्दी और अदरक का उपयोग

हल्दी और अदरक में प्राकृतिक गुण होते हैं जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। हल्दी में कर्क्यूमिन और अदरक में जिंजरोल नामक तत्व होते हैं, जो कमर दर्द में राहत देते हैं। ये दोनों आसानी से रसोई में मिल जाते हैं और पूरी तरह से सुरक्षित होते हैं।

कैसे करें?

  • हल्दी वाला दूध: एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं। स्वाद के लिए शहद डाल सकते हैं। रात को सोने से पहले पिएं।
  • अदरक की चाय: एक चम्मच कद्दूकस किया हुआ अदरक एक कप पानी में उबालें। थोड़ा शहद मिलाकर दिन में 1-2 बार पिएं।
  • हल्दी का पेस्ट: हल्दी पाउडर में पानी मिलाकर पेस्ट बनाएं और दर्द वाली जगह पर 20 मिनट तक लगाएं। फिर गर्म पानी से धो लें।
  • अदरक का तेल: अदरक के रस को नारियल तेल में मिलाकर हल्की मालिश करें।

फायदे: ये उपाय सूजन को कम करते हैं, मांसपेशियों को आराम देते हैं, और रक्त प्रवाह को बेहतर बनाते हैं। हल्दी और अदरक गठिया या पुराने कमर दर्द में भी प्रभावी हैं। अगर आपको इनसे एलर्जी हो या पेट में जलन हो, तो उपयोग से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

3. योगासन और स्ट्रेचिंग

योगासन और स्ट्रेचिंग कमर दर्द कैसे ठीक करें का एक शक्तिशाली तरीका है। ये व्यायाम मांसपेशियों को मजबूत करते हैं, लचीलापन बढ़ाते हैं, और रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रखते हैं। योग तनाव को भी कम करता है, जो कमर दर्द का एक प्रमुख कारण हो सकता है।

प्रभावी योगासन:

  • भुजंगासन (कोबरा पोज): पेट के बल लेटकर हथेलियों के सहारे छाती को ऊपर उठाएं। 15-30 सेकंड तक रुकें। यह रीढ़ को मजबूत करता है।
  • बालासन (चाइल्ड पोज): घुटनों पर बैठकर माथे को जमीन पर टिकाएं और हाथों को सामने फैलाएं। यह कमर को आराम देता है।
  • सेतुबंधासन (ब्रिज पोज): पीठ के बल लेटकर घुटनों को मोड़ें और कूल्हों को ऊपर उठाएं। 10-15 सेकंड तक रुकें। यह कूल्हों और कमर को मजबूत करता है।
  • मार्जरी आसन (कैट-काउ पोज): घुटनों और हथेलियों के बल बैठकर रीढ़ को ऊपर-नीचे करें। यह लचीलापन बढ़ाता है।
  • सुप्त मत्स्येन्द्रासन (सुपाइन स्पाइनल ट्विस्ट): पीठ के बल लेटकर एक पैर को मोड़कर दूसरी तरफ ले जाएं। यह कमर की अकड़न दूर करता है।

कैसे करें?

  • रोज सुबह या शाम 10-15 मिनट योग करें। किसी प्रशिक्षक की सलाह लें।
  • स्ट्रेचिंग से पहले हल्का वार्म-अप करें।
  • अगर दर्द बढ़े, तो तुरंत रुक जाएं।
  • गहरी सांस लेते हुए आसन करें ताकि मांसपेशियां रिलैक्स हों।

फायदे: योग रीढ़ को लचीला बनाता है, मांसपेशियों को मजबूत करता है, और पुराने दर्द को कम करता है। यह तनाव और मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। शुरुआत में हल्के आसनों से शुरू करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं।

4. सही आहार और पोषण

सही आहार और पोषण कमर दर्द को कम करने और रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पौष्टिक भोजन हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करता है, सूजन को कम करता है, और वजन को नियंत्रित रखता है।

क्या खाएं?

  • कैल्शियम युक्त भोजन: दूध, दही, पनीर, और हरी पत्तेदार सब्जियां हड्डियों को मजबूत करती हैं।
  • विटामिन डी: धूप, मछली, अंडे, और मशरूम विटामिन डी की पूर्ति करते हैं।
  • ओमेगा-3 फैटी एसिड: मछली, अलसी, और अखरोट सूजन को कम करते हैं।
  • एंटीऑक्सीडेंट्स: जामुन, टमाटर, और ब्रोकोली मुक्त कणों से बचाते हैं।
  • मैग्नीशियम: नट्स, बीज, और साबुत अनाज मांसपेशियों को आराम देते हैं।
  • प्रोटीन: चिकन, अंडे, दाल, और बीन्स मांसपेशियों की मरम्मत करते हैं।

क्या न खाएं?

  • प्रोसेस्ड फूड, जैसे चिप्स और फास्ट फूड, जो सूजन बढ़ाते हैं।
  • ज्यादा चीनी और नमक, जो वजन बढ़ा सकते हैं।
  • अत्यधिक कैफीन, जो नींद को प्रभावित करता है।

कैसे करें?

  • दिन में 5-6 छोटे-छोटे भोजन करें।
  • पर्याप्त पानी पिएं ताकि मांसपेशियां हाइड्रेटेड रहें।
  • सप्लीमेंट्स लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

फायदे: सही आहार सूजन को कम करता है, हड्डियों को मजबूत करता है, और कमर दर्द को रोकता है। यह मोटापे को नियंत्रित कर रीढ़ पर दबाव कम करता है। अगर आपको कोई विशेष स्वास्थ्य समस्या है, तो आहार विशेषज्ञ से परामर्श करें।

5. नींद में सुधार

सही नींद और आराम कमर दर्द को कम करने में महत्वपूर्ण हैं। गलत नींद की स्थिति या खराब गद्दा दर्द को बढ़ा सकता है। सही नींद की मुद्रा मांसपेशियों को आराम देती है और रीढ़ को सहारा देती है।

कैसे करें?

  • सही गद्दा चुनें: मध्यम कठोर गद्दा रीढ़ को सीधा रखता है। बहुत नरम या बहुत सख्त गद्दे से बचें।
  • नींद की मुद्रा: पीठ के बल या करवट लेकर सोएं। पेट के बल सोने से कमर पर दबाव पड़ता है।
  • तकिया का उपयोग: घुटनों के बीच या कमर के नीचे तकिया रखने से रीढ़ सीधी रहती है।
  • नियमित नींद का समय: रोज 7-8 घंटे की नींद लें। अनियमित नींद तनाव बढ़ाती है।
  • सोने से पहले स्ट्रेचिंग: हल्की स्ट्रेचिंग मांसपेशियों को ढीला करती है।
  • तनाव कम करें: सोने से पहले गहरी सांस लें या ध्यान करें ताकि मांसपेशियां तनावमुक्त रहें।

फायदे: सही नींद रीढ़ को संरेखित करती है, मांसपेशियों को रिकवर करने का समय देती है, और दर्द को कम करती है। यह पुराने कमर दर्द को रोकने में भी मदद करता है। अगर नींद के बाद भी दर्द बढ़ता है, तो अपने गद्दे और नींद की स्थिति की जांच करें।

कमर दर्द से बचाव

कमर दर्द से बचाव के लिए जीवनशैली में कुछ बदलाव जरूरी हैं। ये उपाय न केवल दर्द को रोकते हैं, बल्कि समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाते हैं। प्रमुख बचाव के तरीके:

  • सही बैठने की मुद्रा: कुर्सी पर बैठते समय कमर को सहारा देने वाली कुर्सी चुनें। पैर जमीन पर सपाट रखें और कंधों को सीधा रखें।
  • शारीरिक सक्रियता: रोजाना व्यायाम, जैसे चलना, योग, या स्ट्रेचिंग, मांसपेशियों को मजबूत और लचीला बनाता है।
  • वजन उठाने का सही तरीका: भारी सामान उठाते समय कमर के बजाय घुटनों का उपयोग करें।
  • श्रमदक्षता शास्त्र (Ergonomics): ऑफिस में कुर्सी, डेस्क, और कंप्यूटर की ऊंचाई को समायोजित करें ताकि कमर पर दबाव न पड़े।
  • नियमित ब्रेक: लंबे समय तक बैठने के दौरान हर 30-40 मिनट में उठकर टहलें।
  • धूम्रपान छोड़ें: स्मोकिंग रक्त प्रवाह को कम करता है, जिससे मांसपेशियों को नुकसान हो सकता है।
  • हाइड्रेशन: पर्याप्त पानी पीने से मांसपेशियां और डिस्क हाइड्रेटेड रहती हैं।
  • रेगुलर चेकअप: अगर आपको बार-बार दर्द हो, तो हड्डी रोग विशेषज्ञ से जांच कराएं।

ये उपाय कमर दर्द का इलाज करने से पहले इसे रोकने में मदद करते हैं। इन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करें ताकि आप दर्द से मुक्त रहें।

कमर दर्द के लिए कब डॉक्टर से संपर्क करें

कमर दर्द आमतौर पर घरेलू उपायों से ठीक हो जाता है, लेकिन कुछ मामलों में चिकित्सा सहायता जरूरी होती है। आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए अगर:

  • दर्द दो हफ्तों से अधिक समय तक बना रहे और घरेलू उपायों से राहत न मिले।
  • दर्द पैरों, कूल्हों, या नितंबों तक फैल रहा हो (साइटिका का संकेत)।
  • बुखार, वजन घटना, या रात में दर्द बढ़ना जैसे लक्षण हों।
  • मूत्राशय या आंतों पर नियंत्रण खोना (गंभीर स्थिति का संकेत)।
  • दर्द के साथ सुन्नता, झनझनाहट, या कमजोरी महसूस हो।
  • हाल की चोट या दुर्घटना के बाद दर्द शुरू हुआ हो।
  • गर्भावस्था में दर्द गंभीर हो या गतिविधियों को प्रभावित करे।

डॉक्टर निम्नलिखित टेस्ट कर सकते हैं:

  • एक्स-रे: हड्डियों की संरचना की जांच के लिए।
  • एमआरआई या सीटी स्कैन: डिस्क, नसों, या ऊतकों की जांच के लिए।
  • ब्लड टेस्ट: संक्रमण या सूजन की जांच के लिए।

डॉक्टर के आधार पर उपचार में फिजियोथेरेपी, दवाएं, या सर्जरी शामिल हो सकती है। समय पर जांच से गंभीर जटिलताएं रोकी जा सकती हैं।

यहां जानें: सर्वाइकल पेन क्या होता है? लक्षण, कारण और घरेलू इलाज

निष्कर्ष

कमर दर्द एक आम समस्या है, लेकिन इसे घरेलू उपाय और अच्छी आदतों से कम किया जा सकता है। यह गलत तरीके से बैठने, मांसपेशियों में खिंचाव या खराब जीवनशैली की वजह से होता है। गर्म सिकाई, हल्दी-अदरक, योग, अच्छा खाना और पर्याप्त नींद से दर्द में राहत मिलती है। अगर दर्द ज्यादा हो या देर तक रहे, तो डॉक्टर से मिलें। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप कमर दर्द से बच सकते हैं और बेहतर जिंदगी जी सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

कमर दर्द के घरेलू उपाय क्या हैं?

कमर दर्द के लिए गर्म सिकाई और ठंडी सिकाई प्रभावी हैं, जो मांसपेशियों को आराम देती हैं। हल्दी और अदरक का दूध या चाय सूजन और दर्द को कम करता है। योगासन जैसे भुजंगासन और बालासन कमर को लचीला बनाते हैं। संतुलित आहार और पर्याप्त नींद भी दर्द से राहत दिलाते हैं।

कमर दर्द के कारण क्या होते हैं?

कमर दर्द का कारण मांसपेशियों में खिंचाव, खराब मुद्रा, या भारी वजन उठाना हो सकता है। स्लिप डिस्क, गठिया, या रीढ़ की समस्याएं भी दर्द पैदा करती हैं। मोटापा और तनाव मांसपेशियों पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं। गतिहीन जीवनशैली और कमजोर मांसपेशियां भी इसके लिए जिम्मेदार हैं।

क्या हल्दी और अदरक कमर दर्द को ठीक कर सकते हैं?

हाँ, हल्दी और अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन और दर्द को कम करते हैं। इन्हें दूध में उबालकर या चाय में डालकर पिएं। हल्दी का पेस्ट प्रभावित जगह पर लगाने से भी राहत मिलती है। नियमित उपयोग से कमर दर्द में सुधार हो सकता है।

कमर दर्द के लिए योगासन कौन से होते हैं?

भुजंगासन और सेतुबंधासन कमर की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं। बालासन और मार्जरी आसन रीढ़ को लचीला बनाकर दर्द कम करते हैं। सुप्त मत्स्येन्द्रासन तनाव को दूर करता है। इन योगासनों को प्रशिक्षक की देखरेख में धीरे-धीरे करें।

क्या कमर दर्द का इलाज बिना दवाओं के किया जा सकता है?

हाँ, हल्के और मध्यम कमर दर्द को योग, फिजियोथेरेपी, और घरेलू उपायों से ठीक किया जा सकता है। गर्म सिकाई, सही मुद्रा, और हल्का व्यायाम राहत देते हैं। गंभीर या लगातार दर्द में डॉक्टर की सलाह जरूरी है। स्वस्थ जीवनशैली दर्द को कम करने में मदद करती है।

कमर दर्द से बचने के उपाय क्या हैं?

कमर दर्द से बचने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करना, सही मुद्रा अपनाना, वजन को नियंत्रित रखना, और भारी सामान उठाते समय सावधानी बरतनी चाहिए. इसके अलावा, पर्याप्त आराम करना, अच्छी नींद लेना, और कमर दर्द होने पर ज्यादा देर तक खड़े रहने या झुकने से बचना भी महत्वपूर्ण है।

Select Category
Was this article useful?
40 people find this information helpful

Meet our Health Experts

View All
Dr. Nikhil Ambatkar
Dr. Nikhil Ambatkar

Ph.D, M.Tech, B.Tech

7 years
Dr. Sachin Singh
Dr. Sachin Singh

MBBS

6 years
Dr. Mandeep Chadha
Dr. Mandeep Chadha

MBBS, DNB (OBGY)

11 years
Amatul Ameen
Amatul Ameen

B. Pharm, MSc.

13 years
Amit Sharma
Amit Sharma

B. Pharm

4 years
Rohini Mankar
Rohini Mankar

Bsc. Zoology, Masters of Public Health

12 years
Dr. Divya Mandial
Dr. Divya Mandial

PhD in Chemistry

9 years
Dr. Sonia Gupta
Dr. Sonia Gupta

BDS

7 years
Saloni Bhardwaj Sharma
Saloni Bhardwaj Sharma

B.Pharm, M.Pharm

4 years
Dr. Chhavi Rosha
Dr. Chhavi Rosha

BMS, FMC, MD Resident

9 years
Dr. Lakshmi Vaswani
Dr. Lakshmi Vaswani

MBBS, Dip.Pathology, MBA (Healthcare Services)

17 years

Follow us on

Disclaimer

Our healthcare experts have carefully reviewed and compiled the information presented here to ensure accuracy and trustworthiness. It is important to note that this information serves as a general overview of the topic and is for informational purposes only. It is not intended to diagnose, prevent, or cure any health problem. This page does not establish a doctor-patient relationship, nor does it replace the advice or consultation of a registered medical practitioner. We recommend seeking guidance from your registered medical practitioner for any questions or concerns regarding your medical condition.

Subscribe

Claim your complimentary health and fitness tips subscription and stay updated on our newest promotions.

Registered Office Address

Intellihealth Solutions Private Limited
Office Unit no. 1, 2, 5, & 7, 6th floor Urmi Corporate Park Solaris, Saki Vihar Rd, Opp. L&T Flyover, New Mhada Colony, Budhia Jadhav Wadi, Mumbai, Maharashtra 400072.
CIN: U85320MH2019PTC320566
Telephone:09240250346

Grievance Officer

Name: Chandrasekhar Swaminathan

Download Truemeds

Manage your health with ease Download Truemeds today!Get easy access to medicine refills, health information, and more. With our app, you'll never have to wait in line again. Download now and start taking control of your health.
playstoreIcon

Contact Us

Our customer representative team is available 7 days a week from 9 am - 9 pm.


v3.7.11

copyright2025 - Truemeds | All rights reserved

Our Payment Partners

paymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartner
paymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartnerpaymentPartner