Last updated on : 03 Mar, 2025
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पैरों में दर्द एक ऐसी समस्या है जिसे हर कोई कभी न कभी अनुभव करता है। यह दर्द हल्का या गंभीर हो सकता है और किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। पैरों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं जिनमें से सबसे आम कारण विटामिन और खनिजों की कमी है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि किस विटामिन की कमी से पैर में दर्द होता है, इसके घरेलू उपाय क्या हैं और आप किस प्रकार अपनी जीवनशैली में सुधार कर सकते हैं ताकि इस समस्या से बचा जा सके।
पैरों में दर्द होने के कई कारण होते हैं लेकिन मुख्य कारण शरीर में विटामिन और खनिजों की कमी है। जब शरीर में विटामिन और खनिजों का संतुलन बिगड़ता है तो यह मांसपेशियों और नसों के कामकाज को प्रभावित करता है जिसके कारण पैरों में दर्द और अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। चलिए जानते हैं कि किस विटामिन की कमी से पैरों में दर्द हो सकता है:
आयरन की कमी से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर घट जाता है। हीमोग्लोबिन वह प्रोटीन होता है जो रक्त कोशिकाओं में ऑक्सीजन का परिवहन करता है। जब शरीर में आयरन की कमी होती है तो रक्त संचार में समस्या आती है जिससे पैरों में दर्द और सूजन हो सकती है। आयरन की कमी से शरीर में थकावट, चक्कर आना और पैरों में जलन भी महसूस हो सकती है। इस कमी को पूरा करने के लिए आयरन युक्त आहार जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें, मांस और अनाज का सेवन करना चाहिए।
मैग्नीशियम एक खनिज है जो शरीर की मांसपेशियों, हड्डियों और नसों के लिए बेहद जरूरी है। जब शरीर में मैग्नीशियम की कमी होती है तो मांसपेशियों में ऐंठन, दर्द और सूजन हो सकती है। मैग्नीशियम की कमी से शरीर में ऊर्जा का स्तर भी घट सकता है जिससे पैरों में थकान और दर्द महसूस हो सकता है। इस कमी को पूरा करने के लिए आप मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जैसे केले, बादाम, अखरोट और हरी पत्तेदार सब्जियां।
विटामिन-डी का शरीर में मुख्य कार्य हड्डियों की मजबूती को बनाए रखना है। यह कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है जिससे हड्डियाँ और मांसपेशियाँ मजबूत रहती हैं। जब शरीर में विटामिन-डी की कमी होती है तो हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं और इसका प्रभाव पैरों में दर्द और सूजन के रूप में दिखाई देता है। इस कमी को दूर करने के लिए आप सूर्य की रोशनी का अधिक सेवन करें और विटामिन-डी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें जैसे मछली, अंडे, दूध और धूप में रहना।
विटामिन-बी12 नसों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। यह नसों की कार्यप्रणाली को सही बनाए रखने में मदद करता है। विटामिन-बी12 की कमी से नसों में सूजन, जलन और सुन्नपन हो सकता है जिससे पैरों में दर्द और असुविधा महसूस हो सकती है। यह कमी विशेष रूप से वृद्ध लोगों में पाई जाती है लेकिन युवा व्यक्तियों में भी यह समस्या हो सकती है। विटामिन-बी12 की कमी को दूर करने के लिए दूध, पनीर, मांस, अंडे और फोर्टिफाइड अनाज का सेवन करना चाहिए।
विटामिन की कमी से पैरों में दर्द के लक्षणों को पहचानना महत्वपूर्ण है ताकि समय रहते इसका इलाज कर सकें। विटामिन की कमी से पैरों में दर्द के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:
पैरों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं जिनमें प्रमुख कारण विटामिन और खनिजों की कमी है। विटामिन की कमी से पैरों में दर्द के कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
पैरों में दर्द के कई घरेलू उपाय हैं जिन्हें आजमा कर राहत मिल सकती है। ये उपाय न केवल दर्द को कम करते हैं बल्कि शरीर में विटामिन और खनिजों की कमी को भी पूरा करते हैं।
पैरों में दर्द को तुरंत राहत देने के लिए आइस पैक का उपयोग किया जा सकता है। यह सूजन को कम करता है और मांसपेशियों के दर्द को शांत करता है। आइस पैक को एक कपड़े में लपेटकर 15-20 मिनट के लिए दर्द वाले हिस्से पर लगाएं। यह रक्त संचार को बेहतर बनाता है और दर्द में राहत देता है विशेषकर थकान या चोट के कारण होने वाले दर्द में।
गर्म पानी में नमक डालकर पैरों का बाथ लेने से दर्द में आराम मिलता है। यह मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और शरीर के तनाव को कम करता है। पैरों को 20-30 मिनट तक पानी में डुबोकर रखें। नमक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। इसे रोज़ाना करने से पैरों में राहत मिलती है।
नारियल तेल या सरसों के तेल से पैरों की मालिश करने से रक्त संचार बढ़ता है और दर्द में राहत मिलती है। इन तेलों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो मांसपेशियों के दर्द को कम करते हैं। गुनगुने तेल से पैरों की मसाज करने से ताजगी मिलती है और थकान भी दूर होती है।
एप्पल साइडर विनेगर में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पैरों के दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर को एक गिलास पानी में मिलाकर पिएं या इसे गर्म पानी से पैरों को धोने के लिए इस्तेमाल करें। यह सूजन को कम करता है और मांसपेशियों को आराम देता है जिससे दर्द में सुधार होता है।
हल्दी में कुरकुमिन नामक पदार्थ पाया जाता है जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है। गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से पैरों के दर्द में राहत मिल सकती है। हल्दी के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर के दर्द को शांत करते हैं। इसे नियमित रूप से सेवन करने से मांसपेशियों की कमजोरी और दर्द को भी दूर किया जा सकता है।
अदरक में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुण होते हैं। यह मांसपेशियों के दर्द को कम करने में सहायक होता है। अदरक को ताजे रूप में खाने या अदरक की चाय पीने से पैरों के दर्द में राहत मिल सकती है। यह सूजन को कम करने और रक्त संचार को बढ़ाने में भी मदद करता है। इसे नियमित रूप से खाने से दर्द में धीरे-धीरे आराम मिलता है।
मेथी के दानों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो पैरों के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। आप मेथी के दानों को पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खा सकते हैं या इसके पेस्ट को दर्द वाले हिस्से पर लगा सकते हैं। यह सूजन और दर्द को कम करता है और पैरों को आराम प्रदान करता है।
बेकिंग सोडा का उपयोग पैरों के दर्द को कम करने के लिए एक प्रभावी उपाय है। इसे गर्म पानी में मिलाकर पैरों को डुबोने से दर्द में राहत मिलती है। बेकिंग सोडा के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। यह पैरों को ताजगी देता है और थकान को दूर करता है। यह उपाय दर्द की गंभीरता को कम करने में सहायक होता है।
यह भी पढ़ें: घुटनों के दर्द के लिए आयुर्वेदिक घरेलू उपाय
पैरों में दर्द एक सामान्य समस्या है लेकिन इसका मुख्य कारण विटामिन और खनिजों की कमी हो सकती है। आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन-डी और विटामिन-बी12 की कमी से पैरों में दर्द हो सकता है। संतुलित आहार, विटामिन और खनिजों की सही मात्रा और घरेलू उपायों से इस दर्द को कम किया जा सकता है। अगर पैरों में दर्द लगातार बना रहे तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
विटामिन-डी, विटामिन-बी12 और आयरन पैरों के दर्द के लिए अच्छे विटामिन हैं। ये मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत करते हैं।
घुटने के नीचे पैर में दर्द का कारण अक्सर नसों के दबाव, गठिया या मांसपेशियों में ऐंठन हो सकता है।
औरतों में पैरों में दर्द के कारण हार्मोनल बदलाव, प्रेग्नेंसी या खून की कमी हो सकती है।
पैरों की नसों में खिंचाव की वजह से मांसपेशियों की अधिकता या खिंचाव हो सकता है विशेष रूप से लंबी दूरी चलने पर।
दबी हुई नस को खोलने के लिए आराम करें, गर्म सिकाई करें और हल्की मालिश करें।
यह दर्द मांसपेशियों की ऐंठन, जोड़ों में समस्या या नसों के दबाव के कारण हो सकता है।
पैरों में दर्द रक्त संचार, जोड़ों की समस्याएं या विटामिन की कमी जैसे स्वास्थ्य समस्याओं के लक्षण हो सकते हैं।
आइस पैक, मालिश या फुट बाथ जैसी प्रक्रियाओं को कर के दर्द से राहत मिल सकती है।
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